सन १८८२ में प्रकाशित बंकिम चंद्र चटोपाध्याय द्वारा लिखित यह उपन्यास भारतीय इतिहास के उन दुर्लभ दस्तावेजोंमें से एक है जिन्होंने समाज को एक नई दिशा देने का काम किया। इस उपन्यास को सन्यासी आन्दोलन और बंगाल अकाल की छाया में लिखा गया है।
भारत का राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम इसी उपन्यास से लिया गया है।
यह पुस्तक हर भारतीय को जरूर पढ़नी चाहिए ।
भारत का राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम इसी उपन्यास से लिया गया है।
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