विक्रम चित्रकथा भारतीय कॉमिक्स की दुनिया में एक और असफल नाम था. कॉमिक्स प्रकाशकों की भीड़ में अनेक प्रकाशनों की तरह यह भी अपना कोई मुकाम नहीं बना सका और संभवतः केवल चौबीस (24) अंकों के पश्चात इसका प्रकाशन बंद हो गया था.
कॉमिक्स में दिए अनुसार ये कॉमिक्स वर्मा ब्रदर्स , 21, शंकर मार्किट, पोस्ट बॉक्स 531, नई दिल्ली - 110001 के पते से प्रकाशित होती थी जिसके संपादक श्री ओ. पी. वर्मा जी रहे थे.
ये कॉमिक्स केवल हिंदी में ही प्रकाशित होती थी.
साभार- गौरव भाई
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| अंक | कॉमिक्स का शीर्षक /टाइटल |
| 1 | माँन्टो - शरीफ स्मगलरों के घेरे में |
| 2 | बैंक में डकैती |
| 3 | खूनी कौन ? |
| 4 | जंगल की शहजादी |
| 5 | भालू की पूँछ |
| 6 | मिस्टर तिगड़मबाज |
| 7 | भीमा द ग्रेट- खूंखार हत्यारें |
| 8 | हार की चोरी |
| 9 | मिस्टर तिगड़मबाज की तीर्थ यात्रा |
| 10 | पचास लाख के हीरे |
| 11 | मिस्टर तिगड़मबाज और चरखसिंह की बिज़नेस पार्टनरशिप |
| 12 | अंगारों का झरना |
| 13 | भीमा द ग्रेट और खतरनाक तांत्रिक |
| 14 | अपराधी की तलाश |
| 15 | भीमा द ग्रेट और खूनी बस्ती |
| 16 | चालाक कौआ |
| 17 | भीमा द ग्रेट औरअन्तरिक्ष के लड़ाके |
| 18 | मिस्टर तिगड़मबाज जी बुरे फंसे |
| 19 | मामाजी मामीजी और नौलखा हार |
| 20 | मिस्टर तिगड़मबाज शादी कराने चला |
| 21 | नकली लाश |
| 22 | सवालों के घेरे में |
| 23 . | लाश की कीमत (क्रम संख्या अनिश्चित) |
| 24 . | पान का चक्कर (क्रम संख्या अनिश्चित) |
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