तारकनाथ तांत्रिक (TNT) एक अजीबोगरीब गवेक्षक है जिसका अतीत रहस्यमयी तथा अंधकारमयी घटनाओं से भरा हुआ है। चालीस-पचास की उम्र का दिखने वाला यह शख्स लगभग एक पूरी सदी जी चूका है। वर्तमान में उसका निवास स्थान कलकत्ता है जहां वह अकेले रह रहा था लेकिन सिर्फ तबतक जबतक कि C.I.D. ऑफिसर ‘शंकर’ और हॉरर नॉवेलिस्ट ‘विभूति’ उसके अच्छे दोस्त नहीं बन गये।
इधर कलकत्ता भयानक एवं रहस्यमयी कत्लों के प्रकोप से गुज़र रहा है जिनकी वजह बड़े से बड़े दिग्गज भी तलाश पाने में असमर्थ हैं। TNT इन कत्लों के पीछे का रहस्यमयी तथा अलौकिक पहलू ढूंढने के लिए अपने दोस्तों के साथ भिड़ गया है। कोई तो है इन सबके पीछे जिसकी विचित्र शक्तियां आम लोगों को हैवान बना रही हैं। इन सबकी जड़ें हमें सत्तर के दशक के नक्सली दौर में ले जाती हैं…अतीत में जन्मी प्रतिशोध की आग वर्तमान में ‘खुशियों का शहर’ कहे जाने वाले कलकत्ता को तब्दील करने वाली है ‘अंधेर नगरी’ में।
क्या तारक वक्त से पहले सारी गुप्त कड़ियाँ आपस में जोड़कर इस शहर को नर्क बनने से बचा पाएगा?
Pages-29
Translated By-Tarun Bhai
Size-12 MB
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