स्त्री की व्यथा को दर्शाता एक बहुत ही उम्दा साहकार मुंशी प्रेमचंद की कलम से निकला जो की अभी भी सटीक बैठता है आज की स्त्रीओ की दशा पर इसको पढ़ने के बाद आप की आँख में आशु जरूर आयेंगे एक बार ।
Language-Hindi
Author-Munshi Premchand
Size-1 Mb
Pages-168
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बेहतरीन अपलोड, बहोत बहोत धन्यवाद .....!!!!!!!!!!!!!!!!!
ReplyDeleteWonderful upload, Thank you so much ................!!!!!!!!!!
बहोत बहोत शुक्रिया ............!!!